आरक्षण की आग देश में चारों ओर फैल रही है। सरकारों के उदासीन रवैये के कारण विभिन्न वर्गों को अपना हक लेने के लिये लड़ाईयाँ लड़नी पड़ रही हैं। अभी हाल ही में राजस्थान की वसुन्धरा राजे सरकार की हठधर्मिता के कारण राजस्थान में गुर्जर आन्दोलन के रूप में लोग 28 दिन तक अपने परिवारों को छोड़कर सड़क पर आ डटे। पुलिस की गोलियाँ भी उनके कदम पीछे नहीं धकेल सकी। आखिरकार उन्हें जीत मिली। समय बदल चुका है। अब अपना हक पाने के लिये बड़े आन्दोलन करने पड़ते हैं। आरक्षण की इस सुविधा से जाट वर्ग की उपेक्षा केन्द्र सरकार द्वारा की जा रही है। केवल राज्य में जाट समाज को पिछड़े वर्ग में आरक्षण देकर सरकार ने जाट समाज को समृद्धशाली होने से रोका है।
उच्च शिक्षा प्रत्येक वर्ग में युवाओं के लिये आवश्यक है लेकिन जाट समाज के युवा आरक्षण के अभाव में न तो उच्च शिक्षा प्राप्त कर पा रहे हैं और न ही युवाओं को सरकारी नौकरियों में उनकी कोई दखलन्दाजी है। जाट समाज ने केन्द्र सरकार के विरुद्ध आन्दोलन की पहल शुरू की है। जाट महासभा के बैनरतले समाज के लोग केन्द्र में आरक्षण प्राप्त करने के लिये बड़े स्तर पर आन्दोलन करेंगे। इस आन्दोलन में चाहे जितनी दुश्वारियाँ, मुश्किलें क्यों न आयें लेकिन अपना हक लिए बिना हम पीछे नहीं हटेंगे।
जाट संकल्प पत्रिका के विमोचन पर मैं अपनी ओर से नगर जाट महासभा को हृदय से धन्यवाद देता हूँ। साथ ही आशा करता हूँ कि जाट समाज के उत्थान में यह पत्रिका अपनी महती भूमिका का निर्वहन करते हुए युवा पीढ़ी को दिशा-निर्देशित करेगी। ला जाट सभा द्वारा नगर में किए जायें कुछ काज। हमारे इस योगदान को याद रखेगा समाज।।
श्री हरीनारायण चौधरी
पूर्व महामंत्री-नगर जाट सभा, वृन्दावन
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