जाट एक बहादुर निष्ठावान एवं देशभक्त कौम है। यह धर्मनिरपेक्ष एवं न्यायप्रिय कौम है। हमारी पुरानी महांपचायत पद्धति लोकतांत्रित व्यवस्थाओं में आस्था का प्रमाण है। इतिहास गवाह है कि इस कौम ने जुर्म के खिलाफ हमेशा निरन्तर संघर्ष किया है और कमजोर वर्ग को सदा संरक्षण दिया है। लेकिन इस आधुनिकता एवं प्रतियोगी समय में आज साक्षरता व संगठन के अभाव में ये कौम पिछड़ती जा रही है। जो एक चिन्ता का विषय है। समाज की कमजोरियों व बुराईयों को संगठित होकर ही आसानी से दूर किया जा सकता है। अत: हमें संगठन का मार्ग चुनना होगा।
हमारे समाज की कमजोरियों और बुराईयों को दूर करने के लिये विदेशों से कोई नहीं आयेगा। इन्हें स्वयं हमें अपने संगठन की शक्ति द्वारा दूर करना होगा। मेहनत, ईमानदारी व संगठन का मंत्र ही किसी समाज को मजबूत बनाता है। इसी मंत्र ने जापान, जर्मनी व इजराईल को समृद्ध एवं शक्तिशाली बनाया है। हमें हर हाल में संगठित होना पड़ेगा।
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